E-Invoice Kya Hai| GST E-invoice Hindi
E-Invoice Under GST Hindi
अगर बात करी जाए | E-Invoice Under GST | के बारे में, E-Invoice In GST, उन सामान्य Tax Invoice से बहुत ही अलग है| असल में Invoice एक ऐसा बिल है जो कि Online Generate होकर सबमिट किया जाता है | पर अगर बात करें Tax Invoice की तो उससे हम आम तौर पर अपने Accounting Software द्वारा जनरेट करते हैं | अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर जैसे कि Tally Software, SAP, etc.
अगर आप अकाउंट में ही रुचि रखते हैं, तो आपने E-way Bill के बारे में जरूर सुना होगा | E-way Bill एक ऐसा बिल है, जो कि ऑनलाइन बनाया जाता है और जो कि किसी भी सामान को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है |
GST Counselling की 35 वीं बैठक में E-invoice को लाने का सुझाव दिया गया था | इसीलिए यह April 2021 से नया नियम के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है |
E-invoice Kya Hai | Electronic Invoice | Digital Invoicing |
E-Invoice Full Form : Electronic Invoice
E-invoice को दो अलग-अलग नामों से भी बुलाया जाता है, जो है :
- Electronic Invoice
- Digital Invoice
इन दोनों का तात्पर्य एक ही है | E-invoice एक ऐसा Invoice है, जो कि ऑनलाइन जनरेट किया जाता है | Business 2 Business (B2B) GSTIN के द्वारा इस E-Invoice का इस्तेमाल एक इलेक्ट्रॉनिक रूप से प्रमाणित करने के लिए किया जाता है |
Invoice Registration Portal (IRP) के द्वारा ही इस Invoice को बनाया जाता है | Invoice Registration Portal अपने सभी यूजर्स को एक अलग तरह का नंबर प्रदान करता है, जिससे कि वह इस पोर्टल का इस्तेमाल कर पाए |
असल में Invoice Registration Portal के द्वारा जो भी Invoice बनते हैं, उन्हें GST Portal पर ट्रांसफर करके और फिर वहां से भी nvoice Portal पर भेजा जाता है |
E-Invoice कब लागू किया गया था?
E-Invoice का पहला नोटिफिकेशन 10th November 2020 में आया था | जोकि Notification №88/2020 के द्वारा प्रस्तुत किया गया था |
परंतु 1 जनवरी 2021 से यह लागू किया गया है, कि पूरे साल का GST Turnover 100 करोड़ से अगर ज्यादा होता है तभी आपको Invoice बनाने की आवश्यकता होती है |